किसी को थका देना व छोड़ देना महानता नहीं, थके को साथ ले कर शिखर तक जाना ही कर्म, कर्तव्य व धर्म है....!!
ए ज़िंदगी तू भी ज़िद्दी मैं भी ज़िद्दी...!
अब से तुझे जी भर जीने का एलान करता हूँ.......!!
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