पहाड़ो पर बैठकर तप कर लेना, फिर भी सरल है...!
किन्तु परिवार में रहकर, धीरज बनाए रखना...!
सबके बस की बात नहीं, पारिवारिक संयम ही तप है....!!
अभी तो विपरीत चलना है समंदरों की लहरों से...!
किनारे पर ही देखेंगे किनारा कौन करता है.........!!
आपका दिन शुभ एवम मंगलमय हो......!!
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