Saturday, January 22, 2022

धैर्यवान इंसान......


धैर्यवान इंसान आत्मविश्वास की नाव पर सवार होकर हर चुनौती की नदी को सफ़लतापूर्वक पार कर जाता है....!!

जब हृदय धैर्यवान और बुद्धि बलवान हो जाती है तो जीवन की हर चुनौती आसान हो जाती है.......!!

Saturday, January 15, 2022

रिश्तों को और अधिक मधुर....

  *"हम रिश्तों को और अधिक मधुर एवं प्रगाढ़ बना सकते है... बस अपनी सोच में छोटा सा परिवर्तन करके

  *"हम विचार करें कि सामने वाला इतना त्रुटिपूर्ण नही है, वह मात्र हमारी अपेक्षाओं से थोड़ा भिन्न है



Friday, January 14, 2022

यही जुनून यही एक



यही जुनून यही एक ख़्वाब है...!

वहाँ चराग जला दूँ जहाँ अँधेरा है....!!

ऊंची उड़ान भरने वाले पक्षी घमंड नही करते...!

क्योकि.. वो जानते हैं की आसमान मे बैठने की जगह नही होती......!!

Tuesday, January 11, 2022

पैसे और ताक़त...

 पैसे और ताक़त को सभ्यता का पैमाना बताने वाला समाज एक दिन अचानक शिक्षित और सभ्य लोगों को खोजने लगता है!

Sunday, January 9, 2022

अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है..


नेत्र केवल दृष्टि प्रदान करते हैं...!

परन्तु हम कँहा क्या देखते हैं, यह हमारे मन की भावना पर निर्भर है....!!

जब तक जीना , तब तक सीखना...!

यानी अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है.........!!

Friday, January 7, 2022

प्रतिभा महान कार्यों*...

 *प्रतिभा महान कार्यों*

*को प्रारंभ करती है*

*लेकिन उन्हें पूर्ण तो*

*परिश्रम ही करता है*

        

🌻🌻 *सुप्रभात* 🌻🌻

Thursday, January 6, 2022

अबकि नूतन वर्ष में"

 "अबकि नूतन वर्ष में"


अबकि नूतन वर्ष में एक प्रण हम करते हैं,

टूटे-फूटे रिश्तो की चलो मरम्मत करते हैं।

बहुत हुआ रिश्तो की बखिया उधेड़ना,

अब एक काम करते हैं,

खफा हुए जो संगीसाथी,

उनका अभिनंदन करते हैं।

अबकि नूतन वर्ष में....


जिनसे ना मिले हो एक अरसे से,

उनकी नाराजगी दूर करते हैं,

मिलकर खुद अपनी तरफ से,

रिश्तो में...फूलों की  सी महक भरते हैं।

आपकी नूतन वर्ष में....


दम तोड़ते कुछ रिश्तो में, 

न‌ई ऑक्सीजन भरते हैं,

चोट लगे हुए रिश्तो पर,

स्नेह का मरहम....….रखते हैं।

अबकि नूतन वर्ष में....


करके दूर गलतफहमियां दिलों की,

खुशफहमियां भरते हैं,

बड़ा के एक कदम हम आगे,

चलो.....खुशियों की महफिल रखते है।

अबकि नूतन वर्ष में....


बड़े बच्चों और हम उम्र अपनों से,

प्रेम लगाव का बंधन रखते हैं

जो आज दूर है हमसे किसी भी वजह से,

उनसे एक...  बेतकल्लुफ भेंट करते हैं।

अबकि नूतन वर्ष में...


समझना ना खुद को छोटा अगर तुम,

पहल ऐसी यदि करते हो,

बड़ा वही जो दूसरों की भूल भूल कर,

प्यार से ....गले मिलते हैं।

अबकि नूतन वर्ष में..


ऋतु